सच्चा सदगुरू कौन? Who is Real Sadguru ? Swamiji Amritvani - Vihangam Yoga
अज गुरु की छाया पड़े, सदगुरु पद अधिकार। विद्या पढ़ गुरु नहीं बनें, महा कठीन व्यवहार।। दुर्लभ सदगुरू मिलन है, उठो जागो धाय। शरण पड़ो मनमथ तजो, दाव चूक नहीं जाय।। सद्गुरु का मिलना कठिन है । अनेक जन्मों का पुञ्ज-पुण्य का फल सद्गुरु-मिलन है तथा सद्गुरु के द्वारा ही संसृत दुख छूटता है एवं सद्गुरु के समान दूसरा नहीं है, न हो सकता है । इसलिए विवेकीजन सद्गुरु-चरण पकड़कर दीन, अधीन होकर सद्गुरु-शरण में अपने जीवन को व्यतीत करते हैं एवं कृतकृत्य होते हैं । सद्गुरु का व्यक्त और अव्यक्त दो रूप होता है । अव्यक्तरूप से वे सारी सृष्टि में व्यापक होकर रहते हैं तथा व्यक्त रूप से शरीर धारण कर दिव्य मानव स्वरूप में रहकर विरही, अध्यात्म-पिपासु जीवों को ब्रह्मविद्या विहंगम योग के अति दुर्लभ ज्ञान का उपदेश कर प्रभु-प्राप्ति का उपाय बतलाते हैं। This Video Contains the Amritvani of Anant Shri Sadguru Swaantra Deo Ji Maharaj which clearly defines that Who is the Real Sadguru? What is the importance of guru in our life? These all facts are clearly discussed by Shri Swamiji in this video. So, wat...